जोधपुर में 45, जयपुर में 42 पॉजिटिव मिले; पाली में 32 संक्रमित; 7 लोगों की मौत

              राजस्थान में कोरोना के 15232 मामले   



जयपुर. राजस्थान में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। सोमवार को कोरोना के 302 नए मामले सामने आए। इनमें जोधपुर में 45, जयपुर में 42, पाली में 32, सीकर में 29, चूरू और भरतपुर में 26-26, उदयपुर और धौलपुर में 13-13, राजसमंद और बीकानेर में 9-9, गंगानगर में 8, कोटा में 7, दौसा, अलवर, अजमेर और झुंझुनू में 6-6, चित्तौड़गढ़ में 4, जालौर में 3, सिरोही और टोंक में 2-2, नागौर और डूंगरपुर में 1-1 संक्रमित मिले। इसके साथ दूसरे राज्य से आए 6 भी पॉजिटिव मिले। जिसके बाद कुल संक्रमितों का आंकड़ा 15232 पहुंच गया। वहीं 7 लोगों की मौत हो गई। इनमें जोधपुर में 4, जयपुर, कोटा और उदयपुर 1-1 की मौत हो गई। जिसके बाद कुल मृतकों का आंकड़ा 356 पहुंच गया। 


इससे पहले रविवार को कोरोना के 393 नए मामले सामने आए। इनमें धौलपुर में 112, जयपुर में 60, जोधपुर में 37, पाली में 30, झुंझुनू में 22, राजसमंद और भरतपुर में 16-16, सीकर में 15, सिरोही में 14, अलवर में 12, करौली में 10, बाड़मेर में 9, जालौर में 7, डूंगरपुर में 6, भीलवाड़ा में 5, उदयपुर और अजमेर में 4-4, नागौर और चूरू में 3-3, टोंक और झालावाड़ा में 2-2, जैसलमेर में 1 और दूसरे राज्य से आए 3 संक्रमित मिले। वहीं, 12 लोगों की मौत हो गई। इनमें जयपुर में 4, अलवर, भरतपुर और नागौर में 2-2, अजमेर और राज्य में बाहर से आए 1-1 की मौत हो गई।


2966 एक्टिव केस


राज्य में अब तक कुल 7 लाख से ज्यादा सैंपल जांचे गए हैं। इनमें अब तक कुल 15232 पॉजिटव मिले हैं। वहीं, 11910 लोग रिकवर हो चुके। जिसमें से 11675 को डिस्चार्ज किया जा चुका है। अब राज्य में कुल 2966 एक्टिव केस ही बचे हैं।


राजस्थान: सभी 33 जिलों तक पहुंचा संक्रमण


प्रदेश में संक्रमण के सबसे ज्यादा केस जयपुर में हैं। यहां 2901 (2 इटली के नागरिक) संक्रमित हैं। इसके अलावा जोधपुर में 2506 (इनमें 47 ईरान से आए), भरतपुर में 1358, पाली में 977, उदयपुर में 658, कोटा में 562, नागौर में 598, डूंगरपुर में 415, अजमेर में 455, झालावाड़ में 367, सीकर में 472, चित्तौड़गढ़ में 208, सिरोही में 360, टोंक में 200, जालौर में 233, भीलवाड़ा में 227, राजसमंद में 208, झुंझुनूं में 314, चूरू में 273, बीकानेर में 198, जैसलमेर में 112 (इनमें 14 ईरान से आए), बांसवाड़ा में 92, बाड़मेर में 192, मरीज मिले हैं। अलवर में 358, धौलपुर में 415, दौसा में 110, बारां में 62, सवाई माधोपुर में 75, करौली में 70, हनुमानगढ़ में 48, प्रतापगढ़ में 14 कोरोना मरीज मिल चुके हैं। श्रीगंगानगर में 48, बूंदी में 10 पॉजिटिव मिला। जोधपुर में बीएसएफ के 50 जवान भी पॉजिटिव मिल चुके हैं। वहीं दूसरे राज्यों से आए 86 लोग पॉजिटिव मिले।


अब तक 356 लोगों की मौत


राजस्थान में कोरोना से अब तक 356 लोगों की मौत हुई है। इनमें जयपुर में सबसे ज्यादा 150 की मौत हुई। इसके अलावा, जोधपुर में 34, भरतपुर में 30, कोटा में 20, अजमेर में 14, नागौर में 12, पाली में 8, बीकानेर में 7, चित्तौड़गढ़ में 6, अलवर, सिरोही, सवाई माधोपुर और सीकर में 5-5, करौली और बारां में 4-4, उदयपुर, धौलपुर और भीलवाड़ा में 3-3, चूरू, बाड़मेर, दौसा, बांसवाड़ा और जालौर में 2-2, गंगानगर, झुंझुनू, राजसमंद, प्रतापगढ़ और टोंक में 1-1 की मौत हो चुकी है। वहीं दूसरे राज्य से आए 23 व्यक्ति की भी मौत हुई है।


 बिना मास्क लगाए घरों से निकले, कैमरों में देखकर पुलिस ने किया जुर्माना


पुलिस और जिला प्रशासन की बार बार समझाइश के बाद भी लोग बिना मास्क लगाकर घरों से बाहर निकल रहे हैं। ना दो गज की दूरी रख रहे हैं। लॉकडाउन खुलने से लेकर अब तक पुलिस ने ऐसे सवा लाख लोगों को से ढाई करोड़ रुपए जुर्माना वसूला। कई जगह लोगों ने पुलिस को नहीं पाकर मास्क हटा लिए, दूरी मिटा दी। ऐसे 450 से ज्यादा लोगों को पुलिस ने वहां लगे सीसीटीवी कैमरों के आधार पर पकड़ा। महानिदेशक क्राइम बीएल सोनी ने बताया कि बिना मास्क लगाए घरों निकलने पर 62 हजार लोगों को और दो गज की दूरी नहीं रखने पर 54हजार 906 लोगों को पकड़ा है। सोशल डिस्टेंसिंग नहीं मानने व बिना मास्क वाले 6915 दुकानदारों का चालान किया। इनमें 100 से ज्यादा दुकानदारों का दो या इससे भी ज्यादा बार जुर्माना हुआ।


निजी अस्पताल सक्षम हैं तो कोरोना केस रेफर नहीं करें


किसी निजी अस्पताल में कोरोना केस आता है और अस्पताल उसका इलाज करने में सक्षम है तोे रेफर नहीं करेगा। मरीज को गंंभीर बीमारी है और अस्पताल इलाज करने में असक्षम है तो वह अन्य निजी अस्पताल में रेेफर कर सकेगा। सरकार की ओर से जारी आदेश के बाद कई अस्पताल भ्रामक स्थिति में हैं कि उन्हें क्या करना है। एसीएस रोहित सिंह ने बताया कि आदेश स्पष्ट हैं कि कोई भी निजी अस्पताल कोरोना के मरीज को अपने यहां से नहीं भेजेगा। सामने आया था कि कई अस्पताल व्यक्ति के पॉजिटिव आते ही उसे किसी भी सरकारी अस्पताल में भेज देते थे। जबकि वे ऐेसा नहीं कर सकते थे। यदि व्यक्ति सामान्य बीमार है और कोरोना पॉजिटिव आ गया तो उसी अस्पताल में इलाज किया जाए। यदि व्यक्ति गंभीर है और वह अस्पताल उस बीमारी का इलाज नहीं कर सकता तो ही अन्य अस्पताल में रेफर कर सकता है। मालूम हाे कि सरकार ने कोरोना को लेकर निजी अस्पतालों को पाबंद किया है। वहीं कीमतों को लेकर भी आदेश जारी किया है।